डीटीपी का फुल फॉर्म डीपीपी का फुल फॉर्म डेस्कटॉप पब्लिशिंग है हिंदी में से डेस्कटॉप प्रकाशन कहा जाता है। DTP Kya Hai? डीपीपी एक प्रक्रिया है जिसमें कंप्यूटर के माध्यम से प्रिंटिंग और डिजाइनिंग के कार्य को आसान और कुशल बनाया जाता है इसमें टेक्स्ट इमेज और ग्राफिक्स का उपयोग करके डिजाइन तैयार किया जाता है इसका उपयोग विजिटिंग कार्ड, बुक, पोस्टर और मैगजीन जैसे चीजों के लिए उपयोग किया जाता है। डीपी का मुख्य उद्देश्य प्रिंटिंग के लिए बेहतर टेक्नोलॉजी प्रदान करना है।
डीटीपी सॉफ्टवेयर क्या है? (What is DTP in Hindi)
डीटीपी सॉफ्टवेयर का उपयोग करके ही डिजाइन तैयार किए जाते हैं यह सॉफ्टवेयर ग्राफिक्स और टेक्स्ट को मिलाकर नए-नए डिजाइन को तैयार किया जाते हैं इनमें से प्रमुख डीटीपी सॉफ्टवेयर यह है -डिजाइन कोरल्ड्रॉ, एडोब फोटोशॉप, माइक्रोसॉफ्ट पब्लिशिंग। डीपी का उपयोग कई क्षेत्रों में किया जाता है जैसे शादी का कार्ड, निमंत्रण पत्र, सोशल मीडिया ग्राफिक्स ईबुक, स्टडी गाइड नोट्स, अखबार, किताबें, मैगजीन प्रोजेक्ट रिपोर्ट, फोटो बुक आदि के लिए।
डीटीपी क्या है? समझाइए
डीटीपी कंप्यूटर आधारित प्रक्रिया है जिसमें टेक्स्ट और ग्राफिक्स को मिलाकर नए-नए डिज़ाइन तैयार किए जाते हैं जिसमें प्रमुख कार्य हैं टेक्स्ट एडिटिंग और फोटो ग्राफ़िक्स डिजाइन।
डीटीपी कोर्स
यह कोर्स मार्केट में कई व्यक्ति सिखाते है जिनसे आप सीख सकते है या आप फ्री में YouTube की मदद से सीख सकते है और डीटीपी कोर्स उन लोगों के लिए है जो डिजाइन और प्रिंटिंग में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं उनमें यह निम्नलिखित सिलेबस शामिल होते हैं-
- डीटीपी सॉफ्टवेयर का परिचय
- कलर फोटोशॉप
- कॉपी लेआउट और टाइपोग्राफी डिजाइन
- प्रोजेक्ट लर्निंग और प्रिंटिंग प्रक्रिया
डीटीपी कोर्स 3 महीने से 6 महीने का होता है और इसे दसवीं पास या 12वीं पास छात्र भी कर सकते हैं डीटीपी कोर्स करने के बाद ग्राफिक डिजाइनर, प्रिंटिंग टेक्नीशियन, पब्लिशिंग हाउस में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
डीटीपी के लाभ और हानि
डीटीपी के लाभ
- डिजाइनिंग और प्रिंटिंग में समय की बचत
- हाई क्वालिटी वाले ग्राफिक्स और लेआउट तैयार करना
- कम खर्चे में प्रोफेशनल ग्राफिक
- प्रिंटिंग से पहले डिजाइन को एडिट करने की सुविधा
डीटीपी के हानि
- सॉफ्टवेयर हार्डवेयर की उच्च लागत
- अनुभव की कमी से गलतियां हो सकती है
- सॉफ्टवेयर सीखने में समय लगता है
- हाई क्वालिटी के लिए तकनीक ज्ञान की आवश्यकता।
डीटीपी की विशेषता
- डीटीपी में टेक्स्ट और ग्राफिक्स को एक साथ मिलकर नए-नए डिज़ाइन तैयार किए जाते हैं।
- डीटीपी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके हाई क्वालिटी वाले लेआउट ग्राफिक्स और प्रिंट करने के लिए तैयार किए जाते हैं।
- डीटीपी में इस्तेमाल होने वाले अधिकांश सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करने में आसन होते हैं और उन टूल्स का इस्तेमाल करके लेआउट डिजाइन, टेक्स्ट फॉर्मेटिंग और इमेज एडिटिंग कर सकते हैं।
- कम समय में हाई क्वालिटी वाले फॉर्मेट तैयार कर सकते हैं।
- डिजाइन का उपयोग केवल प्रिंटिंग के लिए नहीं बल्कि ईबुक सोशल मीडिया पोस्ट के लिए भी किया जा सकता है।
- Design को अलग-अलग फॉर्मेट में उपयोग किया जा सकता है जैसे जेपीईजी पीडीएफ पीएनजी जिसका इस्तेमाल जरूरत के हिसाब से किया जा सकता है।
डीटीपी का महत्व
- डीटीपी सीखने पर आकर्षक डिजाइन बनाया जा सकते हैं जैसे पोस्ट, मैगजीन और न्यूज लेटर इसका उपयोग हर छोटे बड़े व्यापारी बड़ी सरलता से कर सकते हैं।
- पारंपरिक डिजाइन प्रक्रिया में ज्यादा समय और ज्यादा पैसे खर्च होते थे लेकिन डीटीपी का उपयोग करके अलग-अलग डिजाइन कम समय में और कम लागत में किया जा सकता है।
- डीटीपी सॉफ्टवेयर को चलाना आसान है इसे कुछ दिनों के इस्तेमाल से ही सीखा जा सकता है।
- डीटीपी सॉफ्टवेयर की मदद से हाई क्वालिटी वाले डिजाइन तैयार कर सकते हैं और उन्हें प्रिंट कर सकते हैं।
- डीटीपी का उपयोग स्कूल प्रोजेक्ट निर्माण पत्र या पोस्टर बनाने के लिए किया जा सकता है।
- डीटीपी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल सीखने से ग्राफिक डिजाइनर डीटीपी ऑपरेटर जैसे पदों पर रोजगार के लिए आवेदन कर सकते हैं।
डीटीपी स्कैनिंग मेडिकल टेस्ट है जो किडनी की कार्य क्षमता को चेक करता है जिसमें रेडियोधर्मा का उपयोग किया जाता है।
डीटीपी ऑपरेटर के लिए ग्राफिक डिजाइनर, प्रिंटिंग असिस्टेंट, पब्लिश्ड हाउस के लिए लेआउट डिजाइन करना यह सभी जब बेहतरीन है इसकी तकरीबन सैलरी 10000 से ₹25000 प्रतिमाह होती है।
एडोब डिजाइन, कोरल्ड्रॉ, एडोब फोटोशॉप, माइक्रोसॉफ्ट पब्लिशर, एक्सप्रेस।
यह एक टेस्ट है जिसमे किडनी के ब्लॉकेज और मूत्र प्रणाली की समस्याओं को पता लगाने के लिए किया जाता है इसमें एक इंजेक्शन के माध्यम से रेडियोधर्मा को शरीर में डाली जाती है इसके बाद किडनी को स्कैन किया जाता है।
डीटीपी ऑपरेटर का महत्वपूर्ण काम है बुकलेट डिजाइन करना, प्रिंटिंग के लिए फाइल बनाना, लेआउट तैयार करना, दस्तावेज डिजाइन करना।